CID की फुल फॉर्म क्या होती है?
CID की अंग्रेजी में फुल फॉर्म Crime Investigation Department होती है और इसे हिंदी में अपराध जांच विभाग के नाम से जाना जाता है।
CID क्या होती है?
CID भारत की राज्य पुलिस की जांच करने वाली और एक खुफिया शाखा है। CID को पुलिस संगठन की सबसे जरूरी इकाइयों में से माना जाता है। CID का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक द्वारा किया जाता है। CID को भारत सरकार व DGP द्वारा सौंपे गए जटिल मामलों की जांच पड़ताल करनी होती है।
CID का गठन अंग्रेजों की सरकार द्वारा वर्ष 1902 में पुलिस आयोग की सिफारिशों के बाद किया गया था। CID का मुख्यालय पुणे में स्तिथ है और इसकी कई सारी शाखाएँ होती है। CID की मुख्य शाखाएं, अपराध शाखा, आतंकवाद-रोधी विंग, एंटी-नारकोटिक्स सेल, मानव तस्करी विरोधी, मिसिंग पर्सन सेल, फ़िंगर प्रिंट ब्यूरो, बैंक धोखाधड़ी, डॉग स्क्वायड और मानवाधिकार विभाग है। इन सभी का मुख्यालय पुणे में है। CID विभाग के अधिकारी आमतौर पर सादे कपड़ों पहनते है और उन्ही में काम करते हैं।
CID अधिकारी बनने के लिए योग्यता क्या है?
- CID विभाग में अधिकारी बनने के लिए उम्मीदवार भारत का नागरिक होना चाहिए।
- CID विभाग में सब इंस्पेक्टर या एक अधिकारी के रूप में काम करने के लिए उम्मीदवार की न्यूनतम योग्यता किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक उत्तीर्ण होनी चाहिए।
- CID विभाग में कांस्टेबल के रूप में कार्य करने के लिए उम्मीदवार के पास आवश्यक न्यूनतम योग्यता 12वीं या 10वीं उत्तीर्ण होनी चाहिए।
- CID विभाग में अधिकारी बनने के लिए योग्यता के साथ, उम्मीदवार को भारतीय सिविल सेवा परीक्षा में भी उत्तीर्ण होना पड़ता है।
- CID विभाग में अधिकारी बनने के लिए उम्मीदवार के पास एक उत्कृष्ट स्मृति, तेज आँखें, चरित्र और टीम में काम करने की क्षमता होना महत्वपूर्ण होता है।
- CID अधिकारी बनने के लिए उम्मीदवार सिंगल होना चाहिए।