DRS full form and meaning in hindi language

 

DRS की फुल फॉर्म क्या होती है?

DRS की अंग्रेजी में फुल फॉर्म Decision Review System होती हैं। इसे हिंदी भाषा में निर्णय की समीक्षा प्रणाली कहा जाता है। इसे कभी-कभी अंपायर डिसीजन रिव्यू सिस्टम भी कहा जाता है।

DRS क्या होता हैं?

यह एक थर्ड अंपायर होता है, इसकी जरूरत तब पड़ती है जब मैदान में मौजूद दो अंपायर से अगर गलत डिसिशन दे दिया जाता है तो वो T आकर दिखाकर अंपायर की ओर DRS की मांग करते है।

DRS की प्रक्रिया क्या होती है?

जब भी किसी टीम को यह लगता है कि अंपायर ने जो निर्णय लिया हैं वह गलत है, तो वह अंपायर की ओर हाथों से T निशान बनाकर डीआरएस का इस्तेमाल कर सकता है। परन्तु खिलाडी को यह डिसिशन केवल 10 सेकंड के भीतर ही लेना पड़ता है, वरना वह इसका फायदा उठाने से वंछित रह सकता है। यह एक रिव्यू सिस्टम लेने के बाद थर्ड अंपायर फैसले की समीक्षा करता है। अगर समीक्षा के दौरान थर्ड अंपायर को लगता है कि खिलाड़ी आउट नहीं हुआ है तो ऐसी स्थिति में थर्ड अंपायर फैसले को बदल देता है।पहले अंपायर का फैसला अगर समीक्षा के दौरान सही पाया जाता है तो उनके फैसले को कायम रखा जाता है।

DRS कितनी बार इस्तेमाल किया जा सकता है? 

आईसीसी के नियम के अनुसार प्रत्येक टीम डिसीजन रिव्यू सिस्टम का केवल दो बार इस्तेमाल कर सकती हैं। अंपायर कॉल होने पर टीम को अपना डीआरएस वापस मिल जाता है।

DRS किस फॉर्मेट में इस्तेमाल होता है?

डीआरएस का इस्तेमाल पहले केवल टेस्ट मैच तक सीमित था। वर्ष 2017 में आईसीसी ने इसे टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में भी लागू कर दिया था। इसके साथ ही गेंद-ट्रैकिंग और अल्ट्रा एज-डिटेक्शन तकनीक का प्रयोग करना अनिवार्य हो गया है।

DRS की अन्य फुल फॉर्म:

  • Data Recovery System
  • Department of Revenue Services
  • Direct Registration System
  • Domain Registration System
  • Driver Rectification Scheme
  • Drag Reduction System