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DSP की फुल फॉर्म क्या होती है?
DSP की अंग्रेजी में फुल फॉर्म Deputy Superintendent of Police होती है और इसे हिंदी में पुलिस उपाध्यक्ष के नाम से जाना जाता है।
DSP का अर्थ क्या होता है?
DSP भारत में पुलिस विभाग का एक पुलिस अधिकारीक का पद होता है। DSP अधिकारी एक राज्य का पुलिस अधिकारी होता है और वो राज्य के पुलिस बलों का प्रतिनिधित्व करता है। DSP अधिकारी का पद चिन्ह, उसके कंधे के पट्टे के एक तारे के ऊपर एक राष्ट्रीय प्रतीक होता है। DSP अधिकारी एक प्रकार से सहायक पुलिस आयुक्त के समकक्ष होता है। DSP को राज्य सरकार के नियमों के अनुसार कुछ वर्षों की सेवा के बाद IPS में पदोन्नत कर दिया जाता है।
DSP के कार्य क्या है?
- एक DSP अधिकारी को अपने क्षेत्र में शांति और व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी दी जाती है।
- DSP अधिकारी को पुलिस विभाग के दूसरे अधिकारियों का नेतृत्व करना होता है।
- DSP को अपने क्षेत्र में इस बात का ध्यान रखना होता है कि वहां किसी भी प्रकार की कोई आपराधिक गतिविधि न हो और वहां के लोग शांति व सुकून से रह सके।
DSP बनने के लिए योग्यता क्या है?
- DSP बनने के लिए इच्छुक उम्मीदवार भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- उम्मीदवार का किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या शैक्षणिक संस्थान में किसी भी स्ट्रीम से स्नातक पूरा करना अनिवार्य होता है।
- इच्छुक उम्मीदवार की आयु 21 वर्ष से 30 वर्ष के बीच की होनी चाहिए।
- इच्छुक उम्मीदवारों जो अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति से है उनके लिए आयु सीमा में 5 वर्ष तक की छूट है।
- इक्छुक पुरुष उम्मीदवार के लिए न्यूनतम ऊंचाई 168 सेमी होनी अनिवार्य है।
- इच्छुक महिला उम्मीदवार के लिए न्यूनतम ऊंचाई 155 सेमी होनी अनिवार्य है।
- इच्छुक पुरुष उम्मीदवार के लिए न्यूनतम छाती 84 सेमी होना अनिवार्य है।
DSP बनने के लिये परीक्षा प्रक्रिया क्या है?
DSP पद पर भर्ती करने के लिए इसकी परीक्षा राज्य लोकसेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाती है। इस परीक्षा को तीन भागों में बांटा किया गया है। इस परीक्षा के तीनों भाग निम्नलिखित है:
- प्रारंभिक परीक्षा: एक DSP अधिकारी बनने के लिए आपको प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण होना पड़ता है, यह प्रथम चरण है। इस परीक्षा में सामान्य अध्ययन के अंतर्गत 150 अंक निर्धारित होते है। इसमें वैकल्पिक विषय के लिए 300 अंक निर्धारित है।
- मुख्य परीक्षा: प्रारम्भिक परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद आवेदक को मुख्य परीक्षा में सम्मिलित होने का अवसर दिया जाता है। इस परीक्षा में अनिवार्य विषय के अंतर्गत भारतीय भाषा 300 अंक, अंग्रेजी 300 अंक, निबंध 200 अंक, जनरल स्टडी 300 अंक, की होती है।
- साक्षात्कार: प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद आवेदक को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। यदि आवेदक साक्षात्कार में उत्तीर्ण होता है तो उसे DSP के पद के लिए चुन लिया जाता है।
DSP की वेतन कितनी है?
एक DSP अधिकारी को 9300 रुपये से 34800 रुपये के बीच ग्रेड पे 5400 रुपये के साथ वेतन मिलती है। एक DSP अधिकारी की औसत वेतन प्रति वर्ष 1,198,309 रुपये तक हो सकती है।
DSP को मिलने वाली सुविधाएं क्या क्या है?
- एक DSP को एक ड्राइवर के साथ एक आधिकारिक वाहन मिलता है।
- एक DSP के बिजली के बिल और टेलिफोन बिल का भुगतान सरकार द्वारा किया जाता है।
- एक DSP अधिकारी को आधिकारिक यात्राओं के दौरान उच्च श्रेणी का आवास मिलता है।
- एक DSP को सुरक्षा गार्ड और घरेलू नौकर और माली भी दिया जता है।