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MICR की फुल फॉर्म क्या होती है
MICR की अंग्रेजी में फुल फॉर्म Magnetic Ink Character Recognition होती है इसे हिन्दी भाषा में चुंबकीय स्याही चरित्र पहचान के नाम से जाना जाता है
MICR क्या होता है?
MICR कोड की पहचान करने के लिए इसमें स्याही का मैग्नेटिक कैरेक्टर मौजूद होता है। यह मैग्नेटिक कैरेक्टर चेक के नीचे एक एक सफेद लाइन के रूप में पाया जाता है। इसे MICR बैंड कहा जाता है। इस कोड का इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय लेन-देन करने के लिए भी किया जाता है। इस कोड के इस्तेमाल करने से लेन-देन मे धन राशि की सुरक्षा अधिक बढ़ जाती है।
MICR बहुत समय से उपयोग में लिया जा रहा है। यह धन सुरक्षा के लिए एक प्रकार से पराक्रम्य लिखत है। किसी चेक को प्रसंस्करण करने के लिए भी MICR बहुत ही सुविधाजनक होता है। MICR में एक 9-digit का कोड होता है। इससे आप किसी भी एक बैंक की शाखा को पहचान सकते है। इसमें 3 हिस्से भी होते है, पहली तीन संख्या शहर को दर्शाती है और अगली तीन संख्या बैंक की जानकारी को दर्शाती है और अंतिम की तीन संख्या बैंक की शाखा से संबंधित जानकारी को दर्शाती है।
MICR कैसे काम करता है?
MICR कोड को दो प्रकार के फॉन्ट का उपयोग कर किसी भी पेपर या दस्तावेज पर छापा जाता है। इसमें एक फॉन्ट E-13B होता है और दूसरा फॉन्ट CMC-7 होता है। MICR में उपयोग की जाने वाली स्याही चुंबकीय होती है। MICR कोड को MICR रीडर द्वारा पारित किया जाता है। यह कोड को आसानी से पढ़ने की अनुमति देता है। इसे आप स्टाम्प व हस्ताक्षर जैसे अन्य निशान में भी बनवा सकते है।
MICR की विशेषताएं:
- MICR आसानी से पढ़ने योग्य होता है। यदि इस पर किसी प्रकार के मोहर या हस्ताक्षर हो तो भी यह आसानी से पढ़ा जा सकता है।
- MICR में उपयोग किये जाने वाले कारतूस सामान्य कारतूस की तुलना में बहुत महंगे होते है।
- आज के समय में MICR की बहुत अधिक मांग है।
- MICR आपको उच्च स्तर की सुरक्षा प्रदान करता है।