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NSG की फुल फॉर्म क्या होती है?
NSG की अंग्रेजी में फुल फॉर्म National Security Guard होती है और इसे हिंदी में फॉर्म राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के नाम से जाना जाता है। नेशनल सिक्योरिटी गार्ड, भारतीय गृह मंत्रालय के तहत आतंकवाद को रोकने के लिए एक निरोधक इकाई है। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड को ब्लू स्टार ऑपरेशन और इंदिरा गांधी के मर्डर के बाद देश मे होने वाली आतंकी गतिविधियों को रोकने और उनसे निपटने के लिए और राज्यों की रक्षा करने के लिए वर्ष 1984 में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड को शुरू किया गया था। NSG के कमांडरों को मीडिया में ब्लैक कैट के नाम से जाना जाता है। ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि उनकी वर्दी काले रंग की होती है और उसपर काली बिल्ली चिन्ह भी लगाया जाता है। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड एक आकस्मिक तैनाती बल के रूप में अपना कार्य करता है। यह विशेष रूप से आतंकवादी संगठनों से निपटने का कार्य करता है। इसका इस्तेमाल केवल असामान्य स्थितियों के लिए ही किया जाता है। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड का उपयोग राज्य पुलिस बल या अन्य पैरा सैन्य बल के कार्यों को करना नहीं होता है।
NSG का गठन:
NSG का गठन आतंकवाद और आतंकवादी गतिविधियों से निपटने के लिए 16 अक्टूबर 1984 को इसका गठन किया गया था। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के लिए एक नारा भी बनाया है: वन फॉर ऑल, ऑल फॉर वन
NSG कमांडो कैसे बनते है:
NSG कमांडो में देश की सुरक्षा करने वाले सैनिकों को ही शामिल होने दिया जाता है। इसमें कमांडो बनने के लिए भारत की विभिन्न सेनाओं से कुछ जवानों का चयन किया जाता है और फिर उन्हें ट्रेनिंग दी जाती है। जो जवान इस ट्रेनिंग में पास कर लेते है केवल उन्हें ही NSG में कमांडो बनने का मौका दिया जाता है। NSG कमांडो की ट्रेनिंग 90 दिनों की होती है और इसमें आधे से भी अधिक सैनिक बीच में ही ट्रेनिंग छोड़ देते है और केवल कुछ सैनिक ही इस ट्रेनिंग में पास हो पाते है। यह ट्रेनिंग बहुत मुश्किल होती है।
NSG कमांडो बनने की योग्यता क्या है:
NSG बनने के लिए चुने गए कमांडो के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से बिल्कुल स्वस्थ होना अनिवार्य होता है। NSG कमांडो की ट्रेनिंग को कई स्तरों में बांटा जाता है। जो भी सैनिक इन सभी स्तरों को पास करने में सफल होता है केवल उसे ही NSG के कमांडो के रूप में स्वीकृति दी जाती है।
NSG कमांडो की ट्रेनिंग:
- NSG कमांडो बनने के लिए सैनिक को कई स्तरों में सफलता प्राप्त करनी पड़ती है। NSG कमांडो बनने के लिए एक सैनिक को 90 दिनों की ट्रेनिंग से पहले उसे एक आयोजित ट्रेनिंग को पूरा करना पड़ता है।
- इस आयोजित ट्रेनिंग की शुरुआत में सैनिक को 18 मिनट के अंदर 26 मुश्किलों को पार करना पड़ता है। इसके साथ एक सैनिक को इसमें 780 मीटर की मुश्किलों को भी पार करना पड़ता है। जो सैनिक केवल पच्चीस मिनट के भीतर सब मुश्किलों को पार कर लेता है केवल उसे ही 90 दिन की ट्रेनिंग में शामिल किया जाता है। इस आयोजित ट्रेनिंग के दौरान सभी मुश्किलों को सिर्फ 18 मिनट के भीतर ही पार करना अनिवार्य होता है।
- इसके बाद सैनिक को 90 दिनों की अनिवार्य ट्रेनिंग में पचास से बासठ हजार जिंदा कारतूसों का अपनी फायर प्रैक्टिस में उपयोग करना पड़ता है।
- इसके बाद सैनिक को केवल पच्चीस सेकंड के भीतर 14 विभिन्न टारगेट को हिट करना होता है। यह 14 टारगेट सारे ही विभिन्न प्रकार के हो सकते हैं।
- NSG में सैनिक की मानसिक ट्रेनिंग भी बूत ही मुश्किल होती है। इसमें सैनिक को अपने देश के प्रति सब कुछ समर्पित के लिए प्रेरित किया जाता है और इसके बाद इसकी जांच भी की जाती है। यदि सैनिक इसमें सफल हो जाता है तो ही उसे एक NSG कमांडर के रूप में सम्मिलित किया जाता है।
NSG कमांडो की वेतन कितनी होती है:
एक NSG कमांडो को लगभग 84,236 रुपये से 244,632 रुपये तक की वेतन प्रदान की जाती है।
NSG की अन्य फुल फॉर्म:
- Network Systems Group
- National Service Group, Inc.
- Narrowband Services Gateway
- Network Security Group
- National Security Guard
- Not So Good
- National Salvage Group
- National Street Gazetteer
- Near Surface Geophysics