PSLV की फुल फॉर्म क्या होती है?
PSLV की अंग्रेजी में फुल फॉर्म Polar Satellite Launch Vehicle होती है और इसे हिंदी में ध्रुवीय उपग्रह प्रमोचन वाहन के नाम से जाना जाता है। Polar Satellite Launch Vehicle भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा संचालित एक उपभोजित प्रणाली होती है। इसे भारत द्वारा अपने सुदूर संवेदी उपग्रह को सूर्य समकालिक की कक्षा में प्रक्षेपित करने के लिए बनाया गया है। Polar Satellite Launch Vehicle के विकास से पहले यह सुविधा पूरी दुनिया में केवल एक राष्ट्र के पास थी और वह राज्य रूस था। इसके द्वारा छोटे आकार के उपग्रहों को भू-स्थिर कक्षा में भी भेजा जा सकता है। यह भारत की तीसरी जनरेशन की सेटेलाइट वाहन है। इसमें Liquid Engine का उपयोग किया गया है और इस प्रकार के इंजन वाला यह सबसे पहला रॉकेट वाहन है।
PSLV के द्वारा किए गए परीक्षण क्या है?
- Polar Satellite Launch Vehicle का पहला परीक्षण वर्ष 1994 में किया गया था। यह परीक्षण पूर्ण रूप से सफल रहा था। इस परीक्षण के बाद से यह एक Versatile Workhorse Launch Vehicle के रूप में कार्य कर रहा है।
- Polar Satellite Launch Vehicle की शक्ति का अनुमान केवल इसी बात से लगाया जा सकता है कि वर्ष 2008 में भारत ने अपना चंद्रयान-1 अंतरिक्ष में भेजने के लिए इसका ही उपयोग किया था।
- इसके बाद PSLV का उपयोग मंगलयान मिशन के लिए भी किया गया था। इसका सबसे ज्यादा उपयोग Remote Sensing Satellite को अंतरिक्ष भेजने के लिए किया जाता है।
- Polar Satellite Launch Vehicle उपग्रह या धरती की निगरानी कर सकता है और यह मौसम और नेविगेशन के हाल की की जानकारी प्रदान करने में भी सक्षम होता है।
- Polar Satellite Launch Vehicle सभी उपग्रह की अलग-अलग तस्वीरें खींच कर पृथ्वी पर भेजता है और फिर इन तस्वीरों के अनुसार मौसम विभाग को आने वाले मौसम की जानकारी मिल जाती है।
- पूरी दुनिया में अभी तक PSLV की वजह से कुल 70 अंतरिक्ष यानों को विभिन्न कक्षाओं में प्रक्षेपित किया जा चुके है। इन यानों में से 30 भारतीय अंतरिक्ष यान है और 40 अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष यान है।
- PSLV को कई सारे सफ़ल प्रक्षेपण के पश्चात विश्वसनीयता और विविध कार्य करने की क्षमता हासिल हो चुकी है।
- 22 जून वर्ष 2014 में Polar Satellite Launch Vehicle ने अपनी क्षमता की चरम सीमा को पार कर दिया था। तब PSLV C-34 के माध्यम से वर्ल्ड रिकॉर्ड को कायम करते हुए 20 उपग्रह एक साथ छोड़े गए थे।
- 28 अप्रैल वर्ष 2008 में इसरो ने एक साथ 10 Polar Satellite Launch Vehicle उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजकर एक बार ही में सबसे ज्यादा उपग्रह अंतरिक्ष में भेजने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बना लिया था।
PSLV की क्षमता कितनी है?
एक Polar Satellite Launch Vehicle 600 से लेकर 900 किलोमीटर ऊपर तक 1750 किलोग्राम के उपग्रहों को ले जा सकता है। इसके बाद ये उपग्रह धरती की परिक्रमा को लगाना शुरू कर देते है। इतने अधिक वजन को धरती से अंतरिक्ष में ले जाना बहुत मुश्किल काम होता है इसलिए Polar Satellite Launch Vehicle के पूरी प्रणाली को 4 चरणों में विभाजित किया जाता है। इससे यह सुचारू रूप से अपना कार्य करने में सक्षम होते है।